Wednesday 12 September 2018

अनूक्तम्-१३ रक्षाबन्धने विशेषप्रसङ्गः

रक्षाबन्धने विशेषप्रसङ्गः

भ्राता :- कः उपहारः इष्यते त्वया?
भगिनी :- किञ्चिद्वचनं ददातु, तेनालम्।
भ्राता :- कीदृग्वचनम्??
भगिनी :- कदापि पितरौ वृद्धाश्रमे न त्यक्ष्यसीति..
भ्राता :- त्वमपि वचनं देहि। तव श्वशुरौ पुत्राद् दूरं न करिष्यसीति..!
-----------------
रक्षाबंधन विशेष


भाई :- तुझे उपहार में क्या चाहिए?
बहन :- बस एक वचन चाहिए..।
भाई :- कैसा वचन?
बहन :- कभी भी माँ बाप को वृद्ध आश्रम छोड़कर नही आएगा..
भाई :- तु भी वचन दे। अपने सास-ससुर को उनके लड़के से दूर नहीं करेगी।

No comments:

Post a Comment