Wednesday 12 September 2018

अनूक्तम्-१२ श्रद्धा वाई-फ़ाई इव

श्रद्धा वाई-फ़ाई इव
(संस्कृतम्)
प्रश्नः एवमस्ति,
"ईश्वरस्तु नितरां न दृश्यते.. विश्वासः कथं भवेत्?"
उत्तमं समाधामेवं लब्धम्…
श्रद्धा वाई-फ़ाई इव भवति। नैव दृश्यते…
परं साधुना कूटशब्देन संयोगः अवश्यं भवति।"
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प्रश्न है कि,
"ईश्वर तो दिखाई भी नहीं देते... विश्वास कैसे करूँ?"
सुंदर जवाब मिला
श्रद्धा वाई-फ़ाई कि तरह होती है दिखती तो नहीं है…     
पर सही पासवर्ड डालो तो कनेक्ट हो जाते हो।"

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